Cruise Tourism में पैसा और रोजगार के बंपर मौके, सरकार से GST में राहत देने की मांग
Bermello Ajamil & Partners की रिपोर्ट के मुताबिक भारत, क्रूज टूरिज्म में सोने की खान के ऊपर बैठा है, जिससे सरकार को 35 हजार करोड़ रुपये की कमाई हो सकती है.
भारत में क्रूज टूरिज्म के लिए अभी शुरुआत हुई है. देश में 139 क्रूज शिप हैं, जिससे 2018 में करीब 1 लाख, 63 हजार यात्रियों ने सफर किया.
भारत में क्रूज टूरिज्म के लिए अभी शुरुआत हुई है. देश में 139 क्रूज शिप हैं, जिससे 2018 में करीब 1 लाख, 63 हजार यात्रियों ने सफर किया.
समंदर की लहरों पर सवार विशालकाय क्रूज भारत में टूरिज्म का नया क्रेज है, जो पानी में गोते लगाता हुआ तेजी से ग्रोथ कर रहा है. सरकार के आसान वीजा नियमों की वजह से भारत क्रूज हॉलीडेज के लिए उभरता हुआ बाजार बन रहा है.
आंकड़ों के मुताबिक, साल 2018 में दुनियाभर में करीब 2.8 करोड़ लोगों ने क्रूज से सफर किया. अनुमान है कि ये आंकड़ा 2019 में 3 करोड़ होगा. जहां तक भारत की बात है, क्रूज टूरिज्म के लिए अभी शुरुआत हुई है. देश में 139 क्रूज शिप हैं, जिससे 2018 में करीब 1 लाख, 63 हजार यात्रियों ने सफर किया.
जलेश क्रूज (JALESH CRUISE) के प्रेसिडेंट और सीईओ जुरगेन बेलोम के मुताबिक, सरकार को क्रूज के टिकट पर 18 फीसदी जीएसटी (GST) को घटाकर 5 या 12 फीसदी के दायरे में लाना चाहिए, ताकि क्रूज इंडस्ट्री (cruise industry) को बढ़ने में मदद मिल सके.
TRENDING NOW
भारत में क्रूज टूरिज्म को केसे आगे बढ़ाया जाए, इसके लिए बरमेलो अजमली एंड पार्टनर्स (Bermello Ajamil & Partners) को एक प्लान बनाने को कहा गया था, 2017 में सौंपी गई रिपोर्ट में वह लिखते हैं कि भारत, क्रूज टूरिज्म में सोने की खान के ऊपर बैठा है, जिससे सरकार को 35 हजार करोड़ रुपये की कमाई हो सकती है.
भारत में 7512 किलोमीटर लंबी विशाल समुद्री सीमाएं (coastline) हैं, जो टूरिज्म (Tourism) के लिए जन्नत मानी जानी वाली पूर्वी और पश्चिमी तटों से सटी हैं. भारत क्रूज टूरिज्म की अपार संभावनाएं हैं. फिर भी 150 से भी कम क्रूज लाइंस (cruise lines) सालाना भारत में आती हैं, जबकि मलेशिया (Malaysia) और थाइलैंड (Thailand) जैसे देशों में 4 गुना से ज्यादा क्रूज शिप्स हैं. चीन में हजार से भी ज्यादा और जापान में सालाना 2500 क्रूज आते-जाते हैं.
इंडिया क्रूज इंडस्ट्री बॉडी INCLA यानी इंडिया क्रूज लाइन एसोसिएशन (India cruise lines association) ने इंडस्ट्री की आवाज सरकार तक पहुंचाई है. एसोसिएशन का कहना है कि देश की क्रूज इंडस्ट्री तभी आगे बढ़ेगी जब इस देश के लोग क्रूज की तरफ आकर्षित होंगे. और इसके लिए क्रूज टूरिज्म को उनकी पॉकेट के हिसाब से बनाना होगा.
भारतीय क्रूज टूरिस्ट्स जब विदेश के लिए भारत में टिकट खरीदते हैं तो उन्हें 18 फीसदी जीएसटी लगता है, और वही टूरिस्ट जब विदेशी एजेंट्स से टिकट खरीदते हैं तो उन्हें कोई जीएसटी नहीं चुकाना होता. क्योंकि क्रूज का सफर देश से बाहर है. ऐसे में भारत के मुकाबले विदेशी एजेंट टिकट पर ज्यादा कमाई करते हैं. यही वजह है कि टिकट एजेंट्स उन क्रूज के टिकट बुक नहीं करते हैं जो विदेशों से शुरू होते हैं.
थॉमस कुक के उपाध्यक्ष नीरज सिंह देव का कहना है कि अगर सरकार GST में रियायत देगी तो आने वाले समय में भारत क्रूज हब बन जाएगा. क्रूज इंडस्ट्री मुंबई में एक इंटरनेशनल क्रूज टर्मिनल बनाने पर भी विचार कर रही है. क्रूज इंडस्ट्री का दावा है कि अगर सरकार की मदद मिले तो इंडस्ट्री तेजी से ग्रोथ करेगी और 5 से 8 सालों में 2 लाख नौकरियां पैदा कर सकती है.
(रिपोर्ट- नेहा सिंह/ मुंबई)
07:50 PM IST